राजस्थानी गीतां रो अणूठो संगम....
'बुगचो' दिन ओ दिन निखर रै'यो है।इण मेँ इन्नै बिन्नै सूं का फेर यू ट्यूब सूं टाळवां गीत ओज्यूं घालो।आपणी परापर लोगां साम्हीँ आवणी चाईजै।म्हारै ब्लाग माथै म्हारा मायड़ भाषा पेटै छाइस दूहा लगाया है।उणां नै रांधण अर दूजै ब्लागां माथे भेळ ल्यो।
'बुगचो' दिन ओ दिन निखर रै'यो है।इण मेँ इन्नै बिन्नै सूं का फेर यू ट्यूब सूं टाळवां गीत ओज्यूं घालो।आपणी परापर लोगां साम्हीँ आवणी चाईजै।
ReplyDeleteम्हारै ब्लाग माथै म्हारा मायड़ भाषा पेटै छाइस दूहा लगाया है।उणां नै रांधण अर दूजै ब्लागां माथे भेळ ल्यो।