Friday, June 11, 2010

प्रकाश गांधी री आवाज में 'गैस चुल्हो'

धोरां माथै झूम्पड़ी

अळगोजा

बंजारन कालबेलियाँ री आवाज में 'कालियो कूद पड्यो मेला में'

चंपा-पूरणनाथ री आवाज में 'कालबेलिया'

सीमा मिश्रा री आवाज में 'बन्ना रे बागां में'

बनारसी बाबू री आवाज में 'केसरिया बालम आओ नीं पधारो म्हारै देस'